The smart Trick of sidh kunjika That Nobody is Discussing
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शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम् ।
मां भगवती के इस पाठ को करने की विधि है उसका पालन जरूर करें. आइए जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:
चामुण्डा चण्डघाती च यैकारी वरदायिनी ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत् ॥ more info १ ॥
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र में मां दुर्गा की नौ देवियां और दस महाविद्या का वर्णन है.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
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कुंजिका पाठ मात्रेण, दुर्गा पाठ फलं लभेत्।